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calendar_today07-01-2021 11:34:41

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राध्या (@radhya_s) 's Twitter Profile Photo

मैं बीते दिनों बहुत व्यस्त थी मगर उन व्यस्तताओं में भी मैं कुछ वक्त चुरा कर अपने लिए रख ही लेती थी और उसमें लिखती थी । ऐसी परिस्थिति में भी मेरी रचनाएं चुनी गई ये मेरे लिए बहुत प्रसन्नता की बात है । शुक्रिया #बज़्म #बज़्म тмg बेहद शुक्रिया 🤓🥳🎉🐦

मैं बीते दिनों बहुत व्यस्त थी मगर उन व्यस्तताओं में भी मैं कुछ वक्त चुरा कर अपने लिए रख ही लेती थी और उसमें लिखती थी ।
ऐसी परिस्थिति में भी मेरी रचनाएं चुनी गई ये मेरे लिए बहुत प्रसन्नता की बात है ।
शुक्रिया #बज़्म <a href="/BazmKavyamanch/">#बज़्म тмg</a> 
बेहद शुक्रिया 🤓🥳🎉🐦
Poonam Mishra (@poonammishra_) 's Twitter Profile Photo

#बज्म ®️ #बज़्म тмg बेचैनियां ही तो चिंतन मनन कराती हैं बेचैनियां ही सृजन कराती हैं... वियोगी होगा पहला कवि, आह से उपजा होगा गान निकल कर नयनों से चुपचाप बही होगी कविता अनजान। _सुमित्रा नंदन पन्त जी #सृजन #बज़्म

✿ बर्फी 🦋✿❥ (@a_shiv_ki_ganga) 's Twitter Profile Photo

नूर सी टपकती बारिश की बूंद💧 थाम रखा है जिसे सदाबहार 🌸ने ऐसे तुम थामते हो हमें अपनी बाँहो में जैसे !! #बर्फ़ी ✨

नूर सी टपकती बारिश की 
बूंद💧 
थाम रखा है 
जिसे 
सदाबहार 🌸ने 
ऐसे 
तुम थामते हो 
हमें 
अपनी बाँहो में 
जैसे !!
#बर्फ़ी ✨
Vidya (@vidya31282875) 's Twitter Profile Photo

#सृष्टि की #उत्पत्ति #रचना भगवान की धरती में है सृजनत्व सृजनत्व से परिपूर्ण एक स्त्री होती धरती मां के #सृजन से धन धान्य की #उत्पत्ति हुई ठीक उसी तरह सृजनत्व का दायित्व उठाती एक स्त्री वात्सल्य को सीने से लगाए प्रसव पीड़ा को नौ महीने सहती #सृजनत्व का आविष्कार इससे बड़ा न कोई🌹

#सृष्टि की #उत्पत्ति 
#रचना भगवान की
धरती में है सृजनत्व
सृजनत्व से परिपूर्ण
एक स्त्री होती
धरती मां के #सृजन से
धन धान्य की #उत्पत्ति हुई
ठीक उसी तरह
सृजनत्व का दायित्व उठाती एक स्त्री
वात्सल्य को सीने से लगाए
प्रसव पीड़ा को नौ महीने सहती
#सृजनत्व का आविष्कार
इससे बड़ा न कोई🌹
Manoj 'बेशहरी'🇮🇳 (@beshahri) 's Twitter Profile Photo

तमाम मुश्किलों से जूझते हुए गुज़रा, मैं हर पहेली खुद से बूझते हुए गुज़रा, हर एक राह पे लगे थे मील के पत्थर, मैं सबसे तेरा पता पूछते हुए गुज़रा ~ बेशहरी Manoj 'बेशहरी'🇮🇳 #बज़्म #शायरी #poetry #बज़्म тмg #shayri #लेखनी

🌼 (@nik_ramla) 's Twitter Profile Photo

पीड़ाओं से भरपूर झरते हुए खुद को देखना एक वीरता की बात हैं जानता हूं की मौत ओर समय लेगी खुद का अंत देखने के लिएं आतुर हूँ वैसे इसलिए रोज कोशिशें करता हूं खुद को ओर करीब ले आऊं निक रामला - ❤️ Nik #बज़्म

पीड़ाओं से भरपूर 
झरते हुए खुद को देखना 
एक वीरता की बात हैं

जानता हूं की 
मौत ओर समय लेगी 

खुद का अंत देखने 
के लिएं आतुर हूँ वैसे 

इसलिए रोज कोशिशें 
करता हूं खुद को 
ओर करीब ले आऊं 

निक रामला - 
<a href="/Nik_Ramla/">❤️ Nik</a> 

#बज़्म
KALPESH K.K. (@iamkalpeshkk) 's Twitter Profile Photo

#बज़्म тмg तरस खाते है जब अपने सिसक उठती है ख़ुद्दारी हर इक ख़ुद्दार इंसाँ को इनायत तोड़ देती है दिल पर तो बहुत ज़ख़्म ज़माने के लगे है ख़ुद-दारी से लेकिन कभी रोया नही जाता जिस जगह से उठ चुके है चुकी उस जगह फिर जाना क्या #बज़्म #बज़्म_काव्य_मंच

राध्या (@radhya_s) 's Twitter Profile Photo

चूंकि... प्रेम करती हूँ तुमसे अथाह तभी दे रही मुफ़्त की सलाह! बिना बात के ही झगड़ना भी है तुम्हें ही मनाकर मुझे समझाना है! मुझमें ही तुम्हें उलझे रहना भी है, बच्चों सी हर बात मेरी तुम्हें मानना है! कहो निभा पाओगे ऐसे प्रीत मुझ संग, रंगोगे मेरे संग मेरे सतरंगी प्रीत के रंग! #बज़्म

🌾लेखक व ब्लॉगर🌾🐈 (@your_lost_love) 's Twitter Profile Photo

मोहब्बत में कुछ टसर-मसर रह जाता है यादों में ताउम्र उसका असर रह जाता है पहुंचकर मंज़िल तक पीछे मुड़कर देखा चूंकि ख़यालों में कोई सफ़र रह जाता है #बज़्म

मोहब्बत में कुछ टसर-मसर रह जाता है
यादों में ताउम्र उसका असर रह जाता है 
पहुंचकर मंज़िल तक पीछे मुड़कर देखा 
चूंकि ख़यालों में कोई सफ़र रह जाता है 
#बज़्म
व्यास जी #भारतवर्ष_पुनर्निमाण (@k26s9v56) 's Twitter Profile Photo

कारण यह है की कोई कारण नहीं है तूं नहीं हो, उदासी का मारण नहीं है।। #बज़्म प्रिय सर्जक भाई-बहनों, आज #चुंकि #कारण_यह_है_की को लक्षित कर अपनी रचनाएं बज़्म कम्युनिटी में प्रेषित करें #बज़्म_काव्यमंच

कारण यह है की कोई कारण नहीं है 
तूं नहीं हो, उदासी का मारण नहीं है।। 
#बज़्म 
प्रिय सर्जक भाई-बहनों, आज #चुंकि #कारण_यह_है_की को लक्षित कर अपनी रचनाएं बज़्म कम्युनिटी में प्रेषित करें 
#बज़्म_काव्यमंच
Udai Prakash (@udaiprakash1) 's Twitter Profile Photo

अगर चंचल हो घटाएँ बूँद बनकर बरस जाती अगर स्नेहिल सूर्य किरणें अरुण आभा से लुभाती अगर चंचल चाँद होतो चाँदनी बन रिझाता । मगर तुम अनुरागिनी हो रूठ कर मुझको बुलाती स्नेह लेकर दामिनी सी तड़क कर कुछ भड़क कर भी अंक में आ सिमट जाती । - उदय प्रकाश #कविता #साहित्य #विचार #बज़्म

अगर चंचल हो घटाएँ 
बूँद बनकर बरस जाती 
अगर स्नेहिल सूर्य किरणें 
अरुण आभा से लुभाती 
अगर चंचल चाँद होतो 
चाँदनी बन रिझाता ।
मगर तुम अनुरागिनी हो 
रूठ कर मुझको बुलाती 
स्नेह लेकर दामिनी सी 
तड़क कर कुछ भड़क कर भी 
अंक में आ सिमट जाती ।
- उदय प्रकाश 
#कविता #साहित्य #विचार #बज़्म
Ashok Mushroof (@amushroof) 's Twitter Profile Photo

नाफ़हम हम से,इस जहाँ में बेबहा होते हैं कीमती हैं इसलिए,#क्योंकि दो चार होते हैं जरा जरा सी बात पे,होती हैं शोरिशें यूँ तो मगर क़स्द कमजोर,हौसले बेआब होते हैं नाफ़हम--कम समझ बेबहा--बहुमूल्य क़स्द--इरादा शोरिश--हुल्लड़, शोरगुल #अशोक_मसरूफ़ #बज़्म #क्योंकि

अश्मी ™G (@atheistashmita) 's Twitter Profile Photo

तुमसे बिछड़ जाने का दोष भी देते तो कैसे ? चूकि, वो एक हादसा था साहिब गुज़र गया #बज़्म

ER Manoj (@enggmanoj1979) 's Twitter Profile Photo

प्रेम का विमोचन नजर को साक्ष्य मानकर किया जाय उठ रहे हजार सवाल भी दब जाते है चूंकि,हेतु परन्तु का सवाल नहीं है प्रेम में गोते गहरे लगाए ..!! #बज्म

tripathi yatin (@yatintripathi) 's Twitter Profile Photo

#बज़्म тмg अपवादतो होते हे हर किसिमे, श्रेष्ठतमतो सिर्फ भगवानही हो सकता है, "चुंकि" अलग-अलग बनाकर हमें, वोहीतो अपवाद खड़ा करता हे। #बज़्म #चुंकि #ચાબખા

किराएदार ¦ 𝐓𝐡𝐞 𝐑𝐞𝐧𝐭𝐞𝐫 (@kirayedar_52) 's Twitter Profile Photo

मेरी इतनी आवारगी की उसके पास से लौट जाने पर भी वो याद नहीं रहती अब मैं उसे ऐसे भूलता चला गया जैसे बादल के आने की आहट से सूरज की रौशनी ढंक जाया करती है मन अब इतना भारी है की उसकी यादों को ठहरने की भी इज़ाजत नहीं है सब कुछ ऐसे बदला जैसे कुछ था ही नहीं – किराएदार #बज़्म

मेरी 
इतनी आवारगी की 
उसके पास से लौट जाने पर भी 
वो याद नहीं रहती अब

मैं उसे ऐसे भूलता 
चला गया जैसे
बादल  के आने
की आहट से सूरज की रौशनी
ढंक जाया करती है

 मन अब इतना 
 भारी है की
उसकी यादों को ठहरने
की भी इज़ाजत नहीं है

सब कुछ ऐसे
बदला जैसे
कुछ था ही नहीं

– किराएदार #बज़्म
दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 (@jadaunsdushyant) 's Twitter Profile Photo

#क्योंकि... मद्देनज़र होते हैं कई फ़र्ज ! इसलिए ... एक दम से अपना आपा खोते नहीं !! हाँ ! ये भी होते हैं जज़्बात के शैदाई! ये और बात! कि लड़के रोते नहीं ! #बज़्म #सरोज

दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 (@jadaunsdushyant) 's Twitter Profile Photo

नाचेगी. गायेगी.. सब कुछ भुला फिर से जीवन को संवारने के लिए तैयार हो जायेगी। #क्योंकि तू स्री है... तू अदभुत है, तू अद्वितीय है, तू असीमित है। तू सबल है तू कोमल है, तू सशक्त है, तू ममतामई है, #क्योंकि तू स्त्री है... #बज़्म #सरोज

नाचेगी. गायेगी.. सब कुछ भुला
फिर से जीवन को संवारने के लिए तैयार हो जायेगी।

#क्योंकि तू स्री है...

तू अदभुत है, तू अद्वितीय है, तू असीमित है।
तू सबल है तू कोमल है, तू सशक्त है, तू ममतामई है,
#क्योंकि तू स्त्री है...

#बज़्म 
#सरोज
दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 (@jadaunsdushyant) 's Twitter Profile Photo

आम औरतों की तरह खुद को संवारना नहीं जानती थी रूप रंग की परत चढ़ाकर खुद को निखारना नहीं जानती थी। #क्योंकि वो पागल थी न... #बज़्म #सरोज

आम औरतों की तरह 
खुद को संवारना नहीं जानती थी

रूप रंग की परत चढ़ाकर 
खुद को निखारना नहीं जानती थी।

#क्योंकि वो पागल थी न...
#बज़्म 
#सरोज