Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile
Uljhi Diary

@uljhidiary

शब्दों और भावनाओं के जरिए एक यात्रा...
(A journey...through words and emotions.)

ID: 1814948505129234432

calendar_today21-07-2024 09:00:46

2,2K Tweet

4,4K Followers

682 Following

Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

उस का चेहरा उस की आँखें उस के होंटों की जुम्बिश जैसे चाँद जैसे झील जैसे बारिश की आवाज़ - न‌ईम जर्रार अहमद

उस का चेहरा
उस की आँखें
उस के होंटों की जुम्बिश
जैसे चाँद
जैसे झील
जैसे बारिश की आवाज़

- न‌ईम जर्रार अहमद
Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

इत्र लोबान फूल कुछ भी नहीं उसकी ख़ुशबू कमाल की ख़ुशबू - इक़रा अम्बर Iqrambar

इत्र लोबान फूल कुछ भी नहीं 
उसकी ख़ुशबू कमाल की ख़ुशबू 

- इक़रा अम्बर <a href="/iqrambar/">Iqrambar</a>
Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

हमारे पास सुनाने को कुछ भी नहीं फ़हमी हमे तो ख़्वाब भी देखे हुए ज़माना हुआ - शौकत फ़हमी

लाल पांखुरी (@laalpaankhuri) 's Twitter Profile Photo

//पहाड़\\ कठिन पहाड़ नहीं जीवन है जिसमें नहीं मिलते सघन वन अल्हड़ नदियॉं शांत झरने इसलिए रह-रहकर उठती हैं ध्वनियॉं कि जीवन पहाड़ है - ब्रजरतन जोशी

Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

मैं चाहूँ भी तो कैसे झूठ बोलूँ मुहब्बत ने फ़रिश्ता कर दिया है - मदन मोहन दानिश

मैं चाहूँ भी तो कैसे झूठ बोलूँ 
मुहब्बत ने फ़रिश्ता कर दिया है 

- मदन मोहन दानिश
Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

मेरे साथ चलने की शर्त पर कई लोग चल तो पड़े मगर कोई रास्ते मे बदल गया कोई रास्ता ही बदल गया

लाल पांखुरी (@laalpaankhuri) 's Twitter Profile Photo

और तुम्हारी इच्छा हो कि तुम मुझसे नहीं मिलो तो पाँव तेज़ी से बढ़ाते हुए आगे निकल जाना लेकिन पीछे मुड़कर अंजान की तरह मत देखना। - शंकरानंद

Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

आप बस किरदार हैं अपनी हदें पहचानिए वर्ना फिर इक दिन कहानी से निकाले जाएँगे - वसीम बरेलवी

Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

एक आँसू कोरे काग़ज़ पर गिरा और अधूरा ख़त मुकम्मल हो गया - राजेश रेड्डी

एक आँसू कोरे काग़ज़ पर गिरा
और अधूरा ख़त मुकम्मल हो गया

- राजेश रेड्डी
Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

साथ भी उनके रहना मुश्किल हिज्र भी उनका सहना मुश्किल कि सब कुछ उनसे ही कहना है जिनसे कुछ भी कहना मुश्किल - मंगल नसीम

Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

अब कोई आए चला जाए मैं ख़ुश रहता हूँ अब किसी शख़्स की आदत नहीं होती मुझ को - शाहिद ज़की

लाल पांखुरी (@laalpaankhuri) 's Twitter Profile Photo

जिन बच्चों को अपना सारा जीवन दे कर पाला पोसा वो बच्चे जब दूर गए हों उन की राह तकती रहती है उन की याद में खो जाती है चुपके चुपके रोती है रोते रोते सो जाती है माँ जब बूढ़ी हो जाती है - न‌ईम जर्रार अहमद

Kaaf (@rudrakshdhaari) 's Twitter Profile Photo

Decoding Ghalib: G1 आते हैं ग़ैब से ये मज़ामीं ख़याल में 'ग़ालिब' सरीर-ए-ख़ामा नवा-ए-सरोश है ग़ैब - अदृश्य लोक सरीर-ए-ख़ामा - क़लम की आवाज़ नवा-ए-सरोश - देवदूत की आवाज़ ( हज़रत जिब्रील की तरफ़ इशारा) मिर्ज़ा कहते हैं कि जो अपने कलाम में मैं बातें कर रहा हूं ये सब ग़ैब(अदृश्य

Decoding Ghalib: G1

आते हैं ग़ैब से ये मज़ामीं ख़याल में
'ग़ालिब' सरीर-ए-ख़ामा नवा-ए-सरोश है

ग़ैब - अदृश्य लोक
सरीर-ए-ख़ामा - क़लम की आवाज़ 
नवा-ए-सरोश - देवदूत की आवाज़ ( हज़रत जिब्रील की तरफ़ इशारा)

मिर्ज़ा कहते हैं कि जो अपने कलाम में मैं बातें कर रहा हूं ये सब ग़ैब(अदृश्य
Uljhi Diary (@uljhidiary) 's Twitter Profile Photo

गले लगाने से! भले ही दुखों का अंत न हो मगर; सह लेने का साहस दोगुना हो जाता है। - आर्चिश

गले लगाने से!

भले ही दुखों का अंत न हो मगर;
सह लेने का साहस दोगुना हो जाता है।

- आर्चिश