@upendrakumarnwd
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calendar_today11-05-2018 10:00:43
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5 hours ago
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17 days ago
कोई वफ़ा करे तो वफ़ा कीजिये जो वफ़ा ना करे उसे दफा कीजिये
मुहब्बत में उसी से हारा हूं जो कहती थी सिर्फ तुम्हारा हूं शुभरात्रि
16 days ago
नित्य, सतत,परिस्थिति निरपेक्ष ,धेयनिष्ट होकर चलायमान रहने पर ही कोई आलोकित हो सकता है 🌺 ॐ श्री सूर्यनारायण नमः 🌷 राम राम जी
सस्नेह वंदन,सप्रेम चुम्बन,आत्मीय आलिंगन से होते हैं हृदयों का स्पंदन
डूबने वाला तो कुछ देर में डूबेगा, मगर देखने वाला को बहुत जल्दी होता है
सीमित है ज्ञान की भावना कैसे लिखूं शिव की प्रस्तावना 🌺 श्री शिवाय नमस्तुभ्यं 🌷 राम राम मित्र
15 days ago
तेरी ख़ामियों से बेपनाह मुहब्बत की मैंने तू मेरी मुहब्बत से भी मुहब्बत कर न सकी शुभरात्रि
13 days ago
तुम लाख कहो जमीं हूं आकाश हूं मैं सच कहूं तो कुछ नही हूं मैं शुभरात्रि
11 days ago
राजनीति का फसल काटने इतने प्रतियोगी हैं कि कृषि प्रधान देश कुर्सी प्रधान हो गया शुभसँध्या
10 days ago
स्वप्न समर्पित, प्रश्न समर्पित आयु का क्षण क्षण समर्पित ।।।। चाहता हूँ मातृभूमि।।। ।।।।। तुझे कुछ और भी दु।।।। 🌺🌺 राम राम जी 🌷🌷
कहती हो खुद को हमराही साथ निभाने वाली भी ऐसे ही बातें करती थी छोड़ कर जाने वाली भी
9 days ago
अगर मालूम होता आपकी याद इतना तड़पायेगी,तो हम दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते शुभरविवार
दुआ है तुमको चोट ना लगे गिरी हो जो मेरे नजरों से
चलो आज कायनात बाट लेते हैं तुम मेरी बाकी सब तुम्हारी शुभरात्रि
7 days ago
तमाम उम्र जो जीने नही देते वो मरने पर पूछते हैं कैसे मरा
6 days ago
इस कशमकश में जिये जा रहा हूँ मुझे करना था क्या,क्या किये जा रहा हूं थोड़ा था रुकना ,थोड़ा ठहरना मगर दौड़ था, तो चले जा रहा हूँ
2 days ago
श्रद्धामय विस्वास जगाकर,सामाजिक सदभाव बढ़ाये अपने प्रेम परिश्रम के बल, भारत मे नव सूर्य उगाएं जाग रहा है जन,गन,मन निश्चित होगा परिवर्तन
चांद भी तन्हा,रात भी तन्हा,तन्हा हर जज्बात फिर से आपकी याद आ गयी,सुहानी सावन की रात
a day ago
घड़ी से लाखों महंगा घड़ी का वक्त होता है जो इसकी कद्र करता है उसी का वक्त होता है
11 hours ago
मंगलमूर्ति मारुतिनंदन सकल अमंगल मूल निकन्दन