Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile
Ved Prakash Tugnayat

@vtugnayat

Viksit Bharat Ambassador

ID: 1721265659081043968

calendar_today05-11-2023 20:38:24

416 Tweet

159 Followers

61 Following

Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile Photo

स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती जी आधुनिक भारत के उन तपस्वी संतों में थे, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन हिंदू धर्म, जनजातीय समाज और भारतीय संस्कृति के उत्थान को समर्पित कर दिया। उनका मानना था कि "आदिवासी हिंदू समाज का अभिन्न अंग हैं और उन्हें अपनी जड़ों से विचलित नहीं होना चाहिए।"

स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती जी आधुनिक भारत के उन तपस्वी संतों में थे, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन हिंदू धर्म, जनजातीय समाज और भारतीय संस्कृति के उत्थान को समर्पित कर दिया।

उनका मानना था कि "आदिवासी हिंदू समाज का अभिन्न अंग हैं और उन्हें अपनी जड़ों से विचलित नहीं होना चाहिए।"
Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile Photo

मोदी जी की विदेश नीति में 'पंचशील' का अर्थ है: सम्मान संवाद सुरक्षा संवृद्धि संस्कृति #PMModi

Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile Photo

मुझे लगता है, राहुल गांधी एक खास उद्देश्य से लगातार झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं। ताकि उनपर कार्रवाई हो और वह अपने समर्थकों से देश का माहौल खराब करवा सकें। #RahulGandhi

Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile Photo

अहमद पटेल सोनिया गांधी के सबसे खास हुआ करते थे। मैडम का इशारा मिलते ही उनका छल, प्रपंच और तिकड़म शुरू हो जाता था। ‘लोकतंत्र और मीडिया खतरे में हैं’ का राग अलापने वालों को शाहिद सिद्दीकी जी का यह खुलासा जरूर सुनना चाहिए #SoniaGandhi #RahulGandhi #AhmadPatel

Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile Photo

देश के सभी मुख्यमंत्रियों में सबसे ज्यादा आपराधिक केस रेवंत रेड्डी पर दर्ज हैं - पूरे 89 केस! अब यह समझना आसान है कि 30 दिन से अधिक जेल में रहने पर मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को अयोग्य ठहराने वाले बिल पर कांग्रेस क्यों इतनी बेचैन है। #Congress #RewanthReddy

देश के सभी मुख्यमंत्रियों में सबसे ज्यादा आपराधिक केस रेवंत रेड्डी पर दर्ज हैं - पूरे 89 केस!

अब यह समझना आसान है कि 30 दिन से अधिक जेल में रहने पर मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को अयोग्य ठहराने वाले बिल पर कांग्रेस क्यों इतनी बेचैन है।

#Congress #RewanthReddy
Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile Photo

बिहार में ग्रामीण कार्य विभाग के एक इंजीनियर के घर जब रेड पड़ी, तो उनकी पत्नी ने लाखों रुपये के नोट जला दिए। बड़ी मात्रा में जले हुए नोट टॉयलेट में भी बहा दिए। इतना कि पाइप जाम हो गया और नगर निगम को सफाई करनी पड़ी।

Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile Photo

अभी एक इंटरव्यू में एस जयशंकर जी से जब अमेरिका और पाकिस्तान की बढ़ती दोस्ती को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कमाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि- "उनका एक दूसरे के साथ इतिहास रहा है और दोनों का एक-दूसरे के इतिहास को नजरअंदाज करने का इतिहास रहा है।" उनका इशारा एबटाबाद और

अभी एक इंटरव्यू में एस जयशंकर जी से जब अमेरिका और पाकिस्तान की बढ़ती दोस्ती को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कमाल का जवाब दिया। 

उन्होंने कहा कि- "उनका एक दूसरे के साथ इतिहास रहा है और दोनों का एक-दूसरे के इतिहास को नजरअंदाज करने का इतिहास रहा है।" 

 उनका इशारा एबटाबाद और
Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile Photo

रिंकू सिंह खुद कह रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट में खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें अपने चयन को लेकर कोई उम्मीद नहीं थी। फिर भी समझ नहीं आया कि चयनकर्ताओं ने श्रेयस अय्यर की जगह उन्हें टीम में क्यों मौका दिया। अय्यर जैसे क्रिकेटर के होने से आप मिडिल ऑर्डर की मजबूती का

रिंकू सिंह खुद कह रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट में खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें अपने चयन को लेकर कोई उम्मीद नहीं थी। फिर भी समझ नहीं आया कि चयनकर्ताओं ने श्रेयस अय्यर की जगह उन्हें टीम में क्यों मौका दिया। अय्यर जैसे क्रिकेटर के होने से आप मिडिल ऑर्डर की मजबूती का
Ved Prakash Tugnayat (@vtugnayat) 's Twitter Profile Photo

इन दिनों बिहार कई वजहों से चर्चा में है। चलिए, थोड़ा अतीत में चलते हैं। संघ के योगदानों को समझते हैं। 1966 में बिहार में भयंकर अकाल पड़ा था। तब संघ के स्वयंसेवकों ने अथक श्रम से 700 गाँवों में 971 नए कुएँ खोदे। सीमित संसाधनों के बावजूद 21,000 परिवारों के लिए भोजन और कपड़ों की

इन दिनों बिहार कई वजहों से चर्चा में है। चलिए, थोड़ा अतीत में चलते हैं। संघ के योगदानों को समझते हैं। 

1966 में बिहार में भयंकर अकाल पड़ा था। तब संघ के स्वयंसेवकों ने अथक श्रम से 700 गाँवों में 971 नए कुएँ खोदे। सीमित संसाधनों के बावजूद 21,000 परिवारों के लिए भोजन और कपड़ों की