
Chandan Sinha
@chandansinha_x
Writer l Translator l At large… Kindling of an Insurrection: Notes from Janglemahals l Kabir: Selected Sakhis - The Vision of Wisdom
ID: 4709514379
04-01-2016 16:26:20
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सरकारी अधिकारी बनने के बाद राज्य की भाषा सीखना ज़रूरी होता है पर बचपन से बांग्ला परिवेश में पले-बढ़े होने के चलते मुझे लगता था कि मुझे सीखने की ज़रूरत नहीं है, पर अहंकार आने के साथ ठोकर खाना भी निश्चित हो जाता है. #बंगनामा की 21वीं क़िस्त Chandan Sinha thewirehindi.com/297287/bangnam…

यह कहना सही नहीं होगा कि छत से झूलता #पंखा #भारत में #अंग्रेज लेकर लाए. उनके आने से पहले राज प्रासादों, दरबारों में हस्त चलित पंखे थे. लेकिन बंगाल की गर्मी से त्रसित अंग्रेजों ने अठारहवीं सदी में इन्हें अपनाया. #बंगनामा की बाइसवीं क़िस्त. Chandan Sinha thewirehindi.com/298207/bangnam…

1992 के अप्रैल महीने में ख़बर छपी कि ‘#दीघा में मत्स्य कन्या’ मिली है. ख़बर पाते ही सरकारी महकमों सहित आम लोग भी समुद्र तट की ओर उमड़ने लगे, पर बाद में समझ आया कि माजरा कुछ और ही था. #बंगनामा की तेइसवीं क़िस्त. Chandan Sinha #Bangnama thewirehindi.com/299105/bangnam…

#बंगाल के ग्रामीण इलाक़ों में #वैनरिक्शा बहुउद्देशीय वाहन है. ऋतुओं के अनुसार इसकी सवारी भी बदलती रहती है, जहां कभी आलू की बोरियों से लेकर नव-विवाहित दंपत्ति, दुर्गा मां की प्रतिमाएं तक सफ़र करते हैं. #बंगनामा की चौबीसवीं क़िस्त. Chandan Sinha #Bangnama thewirehindi.com/299970/bangnam…

उत्तर और दक्षिण #बंगाल में काम करते हुए मैंने पाया कि सरकारी कर्मचारी बच्चों की परीक्षाओं के समय दफ़्तर से छुट्टी लिया करते थे. #बंगालीसमाज में शिक्षा की महत्ता और प्रतिष्ठा की वजह से ही बच्चों की परीक्षाओं का इतना अधिक महत्व है. Chandan Sinha✍️ thewirehindi.com/301087/bangnam…


डेढ़ बजे से चार बजे तक कोई भी अफ़सर या कर्मचारी टिफिन करने के लिए अपनी कुर्सी से ग़ैरहाज़िर हो सकता है. यह हर कर्मचारी का गणतांत्रिक अधिकार है. #बंगनामा की इस क़िस्त में पढ़िए बंगाल में कर्मचारियों के लंच ब्रेक का क़िस्सा. Chandan Sinha ✍️ #WestBengal thewirehindi.com/302058/bangnam…


उन दिनों बिजली की कमी रहा करती थी. आए-दिन बिजली कट जाती थी जिसे लोडशेडिंग कहा जाता था. औद्योगिक क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र में अधिक होता था. लोग मानते थे कि लोडशेडिंग का कलकत्ता से दूरी से संबंध है. #बंगनामा की 27वीं किस्त. Chandan Sinha ✍️ thewirehindi.com/304163/bangnam…

श्रम विभाग द्वारा बनाई गई नियमावली इतनी औपचारिक थी कि अगर कर्मचारी संगठन अधिकारियों का घेराव भी करना चाहता हो तो उसे नियमानुसार उसकी अग्रिम सूचना देनी पड़ती थी. #बंगनामा की 28वीं क़िस्त. Chandan Sinha #Bangnama thewirehindi.com/305257/bangnam…

A telling piece that sketches with fine lines the changing literary landscape in India … Rewriting India’s Republic of Letters m.thewire.in/article/books/… via @thewire_In Ashutosh Thakur


A new translation of Rahim’s dohas for a new generation of readers! Chandan Sinha’s Abundant Sense is a thoughtfully compiled volume accompanied by brief explanations of each verse as well as the original in Devanagari. Pre-order now: amzn.in/d/bu8SfdH

#बंगनामा | जंगली पौधा जिसने उस बुजुर्ग को यौवन दे दिया एक बार बंगाल के एक जंगल में एक वृद्ध रास्ता भटक जाने पर किसी जंगली पौधे के सहारे जीवित रहा, और लौटकर धीरे-धीरे युवा होता गया. | Chandan Sinha✍️ 1/2 thewirehindi.com/306431/bangnam…



Listen to Chandan Sinha talk about compiling the first substantial body of translations of Rahim’s dohas in his book Abundant Sense. Available at all major bookstores and online.

